प्रयागराज। झूंसी के न्याय नगर में जलभराव का संकट, तीन दिन बाद भी सड़क पानी में डूबी। झूंसी क्षेत्र के न्याय नगर गेट, वार्ड नंबर 45 में बारिश के तीन दिन बाद भी सड़क पर पानी का सागर बना हुआ है। मार्केट के बीचों-बीच बनी यह मुख्य सड़क अब तालाब में बदल चुकी है, जिससे राहगीरों, दुकानदारों और स्थानीय निवासियों की परेशानी बढ़ गई है।
बारिश का पानी न तो निकाला गया और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचा। चारों तरफ कीचड़, गंदगी और बदबू ने माहौल दूषित कर दिया है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह रास्ता खतरे से खाली नहीं, क्योंकि पानी में गड्ढे और खुले मैनहोल ढंके हुए हैं, जो कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं।
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी पार्षदों, ग्राम प्रधानों और नगर निकाय कर्मियों को “हर घर तिरंगा” के साथ “हर घर स्वच्छता” अभियान को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके वार्ड के पार्षद ने तिरंगा अभियान में तो बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, पर स्वच्छता अभियान पर कोई ध्यान नहीं दिया।
स्थानीय दुकानदारों का आरोप है कि पार्षद साहब समस्या से बचने के लिए पानी भरी सड़क से दूर-दूर रहते हैं। वहीं, मोहल्लों में गंदा पानी जमा रहने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है, जिससे डेंगू-मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।
लोगों ने कई बार नगर निगम और जनप्रतिनिधियों को शिकायत की, लेकिन न तो पानी निकाला गया और न ही कोई स्थायी समाधान की पहल की गई। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर जलनिकासी की व्यवस्था जल्द नहीं की गई, तो यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है।
संवाददाता – अनंतपुरी, प्रयागराज