वाराणसी। पुलिस आयुक्त वाराणसी ने अपराधियों पर कसा शिकंजा, गौतस्करी और नकबजनी पर होगी कठोर कार्रवाई कठोर कार्रवाई। पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी, श्री मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को राजपत्रित अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक कर गंभीर अपराधों पर सख्त निर्देश दिए। बैठक में गौतस्करी, नकबजनी, लूट और चोरी जैसे अपराधों पर कठोर कार्रवाई के लिए विशेष रणनीति तय की गई।
साइबर अपराध पर विशेष फोकस
साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए CyTrain प्रशिक्षण सभी थाना प्रभारियों और राजपत्रित अधिकारियों के लिए अनिवार्य किया गया है।
CyTrain के तीन मॉड्यूल—Responder Track, Forensic Track एवं Investigator Track—का प्रमाणपत्र 15 दिनों में प्राप्त करना होगा।
केवल प्रशिक्षित पुलिस अधिकारियों को ही फील्ड में नियुक्त किया जाएगा।
जिन थाना प्रभारियों के पास यह प्रमाणपत्र नहीं है, उन्हें 15 दिनों में कोर्स पूरा करने का निर्देश दिया गया।
गौतस्करी और संगठित अपराध पर सख्ती
गौतस्करों के खिलाफ अभियान चलाकर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
गौतस्करों को वाहन उपलब्ध कराने वालों को भी सह-अभियुक्त बनाया जाएगा।
नकबजनी करने वाले गिरोहों की अपराध से अर्जित संपत्ति जब्त की जाएगी।
अकेले चोरी और लूट करने वाले अपराधियों को हिस्ट्रीशीटर घोषित किया जाएगा, जबकि लूट के अभियुक्तों पर गुंडा एक्ट लागू होगा।
बीट पुलिसिंग और तकनीकी जांच पर जोर
बीट क्षेत्र के सक्रिय अपराधियों की पूरी जानकारी रखी जाएगी और उन पर कड़ी निगरानी की जाएगी।
चोरी, लूट और नकबजनी के मामलों में CCTV फुटेज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को BSA के अंतर्गत विवेचना में शामिल किया जाएगा।
यातायात और वेंडिंग जोन प्रबंधन
सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
ठेला और पटरी व्यवसायियों के लिए नगर निगम के सहयोग से चिन्हित वेंडिंग जोन जल्द शुरू किए जाएंगे।
बैठक में निर्णय हुआ कि प्रत्येक शुक्रवार को राजपत्रित अधिकारियों के साथ साप्ताहिक अपराध समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें चोरी, लूट, नकबजनी और गौतस्करी के मामलों पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी।
इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) श्री शिवहरी मिणा, अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) श्री राजेश सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
संवाददाता – एम डी राशिद